🔹शीर्षक : भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक 2021 (Corruption Perceptions Index -CPI 2021)
🔹जारीकर्ता : ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल
🔹जारी करने की तिथि : 25 जनवरी 2022
🔹शीर्ष स्थान : डेनमार्क, फिनलैंड और न्यूजीलैंड (संयुक्त रूप से )
🔹निम्नतम स्थान : दक्षिण सूडान ( रैंक 180)
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र के भ्रष्टाचार के कथित स्तरों के आधार पर 180 देशों और क्षेत्रों की रैकिंग की सूची तैयार की जाती है । यह रैकिंग 0 से 100 अंकों के पैमाने का उपयोग कर तय की जाती है ।
जहाँ शून्य अंक प्राप्त करने वाला देश सर्वाधिक भ्रष्ट होता है जबकि 100 अंक प्राप्त करने वाले देश को भ्रष्टाचार की दृष्टि से सबसे अच्छा माना जाता है ।
सूचकांक में लगभग दो-तिहाई देशों ने 50 से कम का स्कोर प्राप्त किया है ।
सूचकांक में सर्वोत्तम 10 स्थान प्राप्त राष्ट्र
रैंक | राष्ट्र | स्कोर |
1 | डेनमार्क | 88 |
1 | फिनलैंड | 88 |
1 | न्यूजीलैंड | 88 |
4 | नार्वे | 85 |
4 | सिंगापुर | 85 |
4 | स्वीडन | 85 |
7 | स्विट्जरलैण्ड | 84 |
8 | नीदरलैंड | 82 |
9 | लक्जमबर्ग | 81 |
10 | जर्मनी | 80 |
सूचकांक में भारत की स्थिति :-
भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (सीपीआई) 2021 में 180 देशों की सूची में भारत को 40 स्कोर के साथ 85वाँ स्थान मिला है ।
भारत ने सूचकांक में यह स्थान (85वाँ) मालदीव के साथ साझा किया है ।
इस सूचकांक में भारत के रैंक में एक स्थान का सुधार आया है , भारत वर्ष 2020 में 86वें स्थान पर था ।
भारत के पड़ोसी देशों की स्थिति :-
रैंक | राष्ट्र | स्कोर |
25 | भूटान | 68 |
66 | चीन | 45 |
96 | इंडोनेशिया | 38 |
102 | श्रीलंका | 37 |
110 | थाईलैंड | 35 |
117 | नेपाल | 33 |
140 | म्यांमार | 28 |
140 | पाकिस्तान | 28 |
147 | बांग्लादेश | 26 |
174 | अफगानिस्तान | 16 |